नमस्कार🙏मित्रों आज का शीर्षक ही बड़ा महत्वपूर्ण है यानी की कलयुग का मस्तिष्क पर प्रभाव यह विषय जितना सोचा जाए उससे कई ज्यादा है क्योंकि इस योग में कलयुग के भी 4 स्थान है।
- पहला : सोने मेंं
- दूसरा : मदिरा में
- तीसरा : झूठ में
- चौथा : परस्त्रीगमन में
- पहला : वह व्यक्ति जोकि धर्म केे मार्ग पर है और किसी मजबूरी के कारण झूठ बोलता है एवं उसको अपने झूठ का का बौद्ध भी हैं। तो वह झूूूूूठा नहीं कहलाता।
- दूसरा : वह व्यक्ति जोकि अधर्म के मार्ग पर अग्रसर होकर किसी के नुकसान हेतु या अपने निहित स्वार्थ हेतु झूठ बोले फिर तो वह स्वयं यमराज से भी नहीं बच सकता। तथा इसी स्थान पर कलयुग की प्रभुता है।
🙏सादर प्रणाम🙏
Nice
जवाब देंहटाएंThank you
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