नमस्कार 🙏 मित्रो आज का शीर्षक है “मस्तिष्क के परिणाम "। यदि इस बात पर ध्यान दिया जाए तो यह बात पूर्ण सत्य है परंतु यहां पर इस बात के दो पहलू है
- पहला की यदि व्यक्ति अपने धर्म के मार्ग पर कर्तव्य का पूर्ण पालन करें तो उसकी रक्षा स्वयं भगवान करते हैं क्योंकि जो धर्म की रक्षा करता हैै धर्म उसकी भी रक्षा करता है। इस मार्ग पर चलने वााला सदैव अमर रहता है।
- दूसरा कि यदि व्यक्ति अपने धर्म के मार्ग को न अपनाकर अधर्म के मार्ग को अपनाता है। तो उसकी रक्षा स्वयं भगवान भी नहीं कर सकते। एवं अधर्म के पैर ज्यादा दिन तक टिक भी नहीं पाते अथवा यहां पर कोई भी अमर नहीं है।
🙏सादर प्रणाम🙏
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