नमस्कार 🙏
मित्रो आज का शीर्षक भी बिल्कुल सरल है कि शरीर का मस्तिष्क पर क्या प्रभाव पड़ सकता है? वैसे शरीर एक प्रकार से जड़ तत्व है जिस प्रकार पेड़ धरती से जुड़ा हुआ होता है उसी प्रकार शरीर भी धरती से जुड़ा हुआ है एवं शरीर का अंत हो सकता है इसके भीतर की आत्मा का नहीं। शरीर भी विभिन्न प्रकार के है:
- पहला: मनुष्य शरीर जो कि बड़े ही भाग से प्राप्त होता है क्योंकि इसी शरीर से ही भगवान को पाया जा सकता है।
- दूसरा: पशु एवं पक्षी का शरीर जो कि मनुष्य शरीर में पाप करने केेे कारण मिलता है। एवं इस शरीर से निकलने के बहुत जतन करने पड़ते हैं तथा अपने पुण्य को बनाना पड़ता है।
🙏सादर प्रणाम🙏
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